प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY)

“हर खेत को पानी” की दिशा में एक बड़ा कदम

भारत की कृषि व्यवस्था वर्षा पर बहुत हद तक निर्भर है। सूखा, अनियमित बारिश और जल की कमी के कारण किसानों को फसल नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या को दूर करने के लिए भारत सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) की शुरुआत की।

यह योजना किसानों को पर्याप्त सिंचाई सुविधा देने, जल संसाधनों का समुचित उपयोग करने और पानी की बर्बादी रोकने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) का उद्देश्य

भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां लाखों किसान खेती के लिए अब भी वर्षा पर निर्भर हैं। जल की कमी, अनियमित वर्षा और सिंचाई की असुविधा के कारण किसानों को कई बार भारी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में सरकार ने इस समस्या का समाधान निकालने के लिए वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) की शुरुआत की।

इस योजना का मूल उद्देश्य है: “हर खेत को पानी” और “जल का बेहतर उपयोग – प्रति बूँद अधिक फसल”।

  • हर खेत को पानी पहुंचाना
  • जल संसाधनों का समन्वित विकास और प्रबंधन
  • ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई जैसे सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों को बढ़ावा देना
  • जल संरक्षण और जल संचयन को बढ़ावा देना
  • कृषि उत्पादन और किसान की आमदनी में वृद्धि

योजना का मुख्य उद्देश्य

  1. हर खेत तक पानी पहुँचाना
    देश के सभी कृषि योग्य क्षेत्रों में सिंचाई सुविधाएं पहुँचाना, ताकि कोई खेत सूखा न रहे।
  2. जल संरक्षण और संचयन को बढ़ावा देना
    वर्षा जल संग्रहण, खेत तालाब, चेक डैम और जलाशयों के निर्माण को बढ़ावा देना।
  3. सूक्ष्म सिंचाई को प्रोत्साहन
    ड्रिप और स्प्रिंकलर जैसी आधुनिक सिंचाई प्रणालियों को अपनाकर जल की बचत और फसल उत्पादन में वृद्धि।
  4. जल उपयोग की दक्षता में सुधार
    पारंपरिक और अपव्ययी सिंचाई पद्धतियों की जगह स्मार्ट और कम पानी वाली तकनीकों को बढ़ावा देना।
  5. विभिन्न मंत्रालयों के बीच समन्वय
    कृषि, जल संसाधन और ग्रामीण विकास मंत्रालय को एकसाथ लाकर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना।
  6. कृषि उत्पादन और किसानों की आय में वृद्धि
    पर्याप्त सिंचाई मिलने पर किसान कई तरह की फसलें उगा सकते हैं जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है।

“PMKSY” का नारा:

“हर खेत को पानी, हर बूँद का सही इस्तेमाल”

योजना की प्रमुख विशेषताएँ

  • जल उपयोग की दक्षता बढ़ाने पर जोर
  • राज्य और केंद्र सरकार की संयुक्त योजना
  • कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग और ग्रामीण विकास मंत्रालय की भागीदारी
  • सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं पर 55% से 60% सब्सिडी
  • जल भंडारण, खेत तालाब, और नहरों की मरम्मत जैसे कार्यों को बढ़ावा

लाभ

  • किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन का लाभ
  • सिचाई पर खर्च में कमी
  • जल की बर्बादी में रोकथाम
  • सूखा प्रभावित क्षेत्रों में राहत
  • जैविक और टिकाऊ खेती को बढ़ावा

पात्रता

  • सभी किसान (छोटे, सीमांत, बटाईदार)
  • जल स्रोत वाले किसान जैसे ट्यूबवेल, तालाब, बोरवेल आदि
  • कृषि उत्पादकता बढ़ाने की इच्छा रखने वाले किसान

आवेदन प्रक्रिया

  1. नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें
  2. https://pmksy.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करें
  3. आवश्यक दस्तावेज़:
    • आधार कार्ड
    • भूमि दस्तावेज़
    • सिंचाई साधनों की जानकारी
    • बैंक खाता विवरण

2025 तक के नवीनतम अपडेट

  • सिंचाई परियोजनाओं को डिजिटल ट्रैकिंग से जोड़ा गया
  • छोटे किसानों को ऑनलाइन आवेदन में प्राथमिकता
  • जल जीवन मिशन के साथ समन्वय

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) एक दूरदर्शी कदम है जो किसानों को आत्मनिर्भर बनाता है और देश की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करता है। अगर आप किसान हैं और जल की समस्या से जूझ रहे हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएँ।

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